उत्तराखंड में शराबबंदी को लेकर कांग्रेस नेता धीरेन्द्र प्रताप ने विवादित बयान दिया है. प्रदेश में सीमित शराबबंदी की वकालत करते हुए प्रताप ने कहा कि जब देवताओं को शराब चढ़ाई जा सकती है तो फिर क्यों इसका इतना विरोध हो रहा है.महानगरों में शराब के प्रचलन की बात करते हुए प्रताप ने कहा कि वह व्यक्तिगत रुप से शराबबंदी के पक्ष में नहीं है लेकिन सरकार को जनभावनाओं के अनुरुप निर्णय लेना चाहिए.उन्होंने कहा कि शहरों में जो लोग पी रहे हैं उनको पीने दो. उनको परेशान करने की जरूरत नहीं है. हमारे यहां तो शास्त्रों में शराब की बात की गई है. भोले शंकर से लेकर भैरो बाबा तक को शराब चढ़ाने की बात कही गई है. ऐसे करने के बाबा प्रसन्न होते हैं.उधर, शराब के विरोध में प्रदेश भर में महिलाएं आंदोलन कर रही हैं. रायवाला के ग्रामीण और महिलाएं लगातार आंदोलनरत हैं. वहां के प्रतीतनगर गांव की महिलाएं शराब की दुकान खोलने के विरोध में एक महीने से धरने पर बैठी हैं.